मांगलिक दोष या योग

Published by Ashok Prajapati on

कुंडली मिलान करते समय कई बार मांगलिक दोष के बारे में सुनने को मिलता है अब मांगलिक योग के बारे में जानिये और ये भी जान लीजिये की मांगलिक दोष और योग में क्या फर्क है

मांगलिक दोष और योग में क्या फर्क है

मांगलिक के नाम से ही मन में मंगल के प्रति डर पैदा होता है जो लोग नहीं जानते हैं उनकी जानकारी के लिए बता दूं की मांगलिक योग और मांगलिक दोष में फर्क होता है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार मंगल की विशेष ग्रह स्थिति जिस में मंगल का असर जीवन साथी के स्थान सातवें घर पर पड़ता है उसे मांगलिक योग कहते हैं यदि यह असर घातक है जीवन साथी के लिए तो मांगलिक दोष होता है और यदि घातक नहीं है तो मांगलिक योग है आवश्यकता इस बात को समझने की है की मांगलिक हमेशा दोष नहीं योग भी हो सकता है जिससे शुभ फल भी प्राप्त होते हैं।

नाम से कुंडली मिलान

अब बात करते हैं मांगलिक दोष और योग के बारे में किस तरह से दोष बनता है और किस तरह से योग बनता है:-

लग्न का मंगल दोष या मांगलिक योग

लग्न स्थान में यदि मंगल योगकारक हो तो मंगल योग बनता है परंतु कुछ राशियां ऐसी हैं जिनमें लग्न का मंगल दोष कारक माना जाता है।

मेष, मकर, कर्क, वृषभ और तुला राशि का मंगल लग्न में उपस्थित होकर मांगलिक दोष नहीं मांगलिक योग बनाता है कुंडली के लग्न चौथे, सातवें, आठवें या बारहवे स्थान में शनि विराजमान हो तो मंगल का प्रभाव बिल्कुल शून्य हो जाएगा बल्कि मंगल योगकारक रहेगा।

बाकी राशियों में बैठा मंगल मांगलिक दोष बनाएगा

चौथे घर का मांगलिक योग और दोष

मेष और  कर्क का चौथे घर का मंगल दोष उत्पन्न करेगा। मकर, सिंह, तुला राशि का चौथे घर का मंगल मांगलिक योग बनाता है।अन्य राशियों में चौथे घर का मंगल शुभ या अशुभ दोनों में से कुछ भी हो सकता है।

सातवें घर का मांगलिक योग और दोष

सातवें घर में मेष, वृश्चिक, मकर  राशि का मंगल उच्च योग बनाता है यह मांगलिक योग है दोष नहीं। कर्क, तुला, वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु, कुंभ और  मीन राशियों में सातवें घर का मंगल मांगलिक दोष उत्पन्न करता है

आठवें घर का मांगलिक योग और दोष

मेष, कर्क, धनु ,मीन , मकर  तथा वृश्चिक राशि का मंगल आठवें घर में मांगलिक योग बनाता है दोष नहीं। शेष राशियों में आठवें घर का मंगल दोष युक्त समझे

बारहवें घर का मांगलिक योग और दोष

मेष, मिथुन, कन्या राशि का बारहवें घर में मंगल हो तो मांगलिक योग समझें अर्थात नुकसान नहीं करेगा। धनु राशि का बारहवें घर का मंगल सर्वाधिक नुकसानदेह सिद्ध होगा। मीन राशि का मंगल भी बारहवें घर में मांगलिक दोष है तुला राशि का बारहवें घर का मंगल मांगलिक दोष बनाता है कर्क राशि का बारहवें का मंगल अत्यधिक नुकसानदायक है।

तो आपने जाना की विभिन्न राशियों में मांगलिक योग या दोष क्या भूमिका निभाता है।

आप सभी से मेरा निवेदन है कि उपरोक्त जानकारी को अंतिम ना मानकर कुंडली के दूसरे ग्रहों पर भी विचार करें जैसे यदि बलवान शुभ ग्रहों की दृष्टि सातवे  घर पर हो तो मांगलिक दोष उतना नुकसान नहीं कर पाएगा पहले, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें घर में यदि शनि विराजमान है तो मांगलिक दोष नहीं होगा हालांकि मांगलिक योग भी नहीं होगा परंतु मंगल नुकसान नहीं करेगा यह कहा जा सकता है।

दोस्तों ज्योतिष एक ऐसा सब्जेक्ट है जिसका एक्सपर्ट कोई नहीं होता हम सभी स्टूडेंट हैं विद्यार्थी हैं इसलिए मेरे बताए किसी भी योग को अंतिम ना समझा जाए बल्कि सामान्य ज्ञान समझ कर और अधिक ज्ञान अर्जित करने की कोशिश की जाए तो अच्छा रहेगा।

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धन्यवाद